त्योहारों की मांग: दशहरे और अन्य त्योहारों के दौरान सोने की खरीदारी में वृद्धि होती है, जिससे कीमतों में उछाल आता है।
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता: अमेरिका में सरकारी शटडाउन की आशंका और फेडरल रिजर्व से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों के कारण सोने की कीमतों में वृद्धि हुई है।
मुद्रास्फीति और मुद्रा मूल्यह्रास: रुपये की कीमत में गिरावट और मुद्रास्फीति के कारण सोने को सुरक्षित निवेश माना जाता है, जिससे इसकी मांग बढ़ी है।
💡 निवेशकों के लिए सुझाव
भौतिक सोना: ज्वैलरी या सिक्कों के रूप में निवेश करते समय मेकिंग चार्ज और भंडारण लागत को ध्यान में रखें।
गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड: ये विकल्प कम लागत और उच्च तरलता के कारण उपयुक्त हो सकते हैं।
निवेश की अवधि: सोना लंबी अवधि में निवेश के लिए सुरक्षित विकल्प माना जाता है, लेकिन बाजार की स्थिति पर नज़र रखना आवश्यक है।