भारत की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और नई पीढ़ी को अपने गौरवशाली इतिहास से जोड़ने के उद्देश्य से आगरा में आयोजित हुआ एक ऐतिहासिक कार्यक्रम — ‘जानता राजा’ नाटक का भव्य मंचन। इस नाटक का उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री, प्रशासनिक अधिकारी, कलाकार और हजारों दर्शक उपस्थित थे।
इस नाटक का मुख्य उद्देश्य छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन, उनकी वीरता, शासन नीति, और स्वराज्य की भावना को जन-जन तक पहुँचाना है।
🟢 कार्यक्रम का विवरण
| विषय | विवरण |
|---|---|
| 🎭 कार्यक्रम का नाम | “जानता राजा” नाटक |
| 🏛️ उद्घाटनकर्ता | पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद |
| 📍 स्थान | आगरा, उत्तर प्रदेश |
| 🗓️ तारीख | 4 अक्टूबर 2025 |
| 🕕 समय | शाम 6:00 बजे |
| 🎤 आयोजक संस्था | महाराष्ट्र संस्कृति मंडल एवं उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग |
| 👥 मुख्य अतिथि | मुख्यमंत्री प्रतिनिधि, संस्कृति मंत्री, स्थानीय सांसद |
| 🎟️ प्रवेश | निशुल्क (पहले आओ, पहले पाओ आधार पर) |
🔵 उद्घाटन समारोह की झलकियाँ
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। अपने संबोधन में उन्होंने कहा —
“छत्रपति शिवाजी महाराज केवल महाराष्ट्र ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के गौरव हैं। उन्होंने धर्म, संस्कृति और स्वराज्य की रक्षा के लिए जीवन समर्पित किया। आज हमें उनकी शिक्षाओं को आत्मसात करने की आवश्यकता है।”
कोविंद ने आगरा में शिवाजी म्यूजियम निर्माण योजना की भी सराहना की, जिसमें ₹200 करोड़ की लागत से आधुनिक डिजिटल म्यूजियम बनाया जाएगा।
🟣 “जानता राजा” नाटक का परिचय
यह नाटक मराठी इतिहासकार श्री बाबासाहेब पुरंदरे द्वारा लिखा गया था। यह नाटक पिछले 40 वर्षों से भारत के विभिन्न राज्यों में प्रदर्शित किया जा रहा है और अब आगरा में पहली बार इसका हिंदी संस्करण प्रस्तुत हुआ।
🎬 नाटक की प्रमुख विशेषताएँ:
- 200 से अधिक कलाकारों की भागीदारी
- लाइव घोड़े, युद्ध दृश्य और ऐतिहासिक वेशभूषा
- 3 घंटे का मंचन, 15 अद्भुत दृश्यों के साथ
- शिवाजी महाराज की बाल अवस्था से लेकर रायगढ़ किले पर राज्याभिषेक तक की गाथा
🔶 शिवाजी महाराज के जीवन से सीख
| मूल्य | अर्थ |
|---|---|
| स्वराज्य का सिद्धांत | जनता के लिए, जनता द्वारा शासन की भावना |
| धर्म और समानता | सभी धर्मों का सम्मान और न्यायपूर्ण शासन |
| सैन्य संगठन | मराठा नौसेना और गोरिल्ला युद्धनीति की नींव |
| नारी सम्मान | महिलाओं के प्रति आदर और सुरक्षा के कठोर नियम |
| प्रशासनिक दक्षता | न्याय, कर प्रणाली और प्रजा के हित में नीतियाँ |
🟢 उत्तर प्रदेश सरकार की घोषणा
उद्घाटन समारोह में उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग ने कई नई योजनाएँ घोषित कीं:
- आगरा में “शिवाजी डिजिटल म्यूजियम” का निर्माण।
- आगरा, झांसी और लखनऊ में “वीरता श्रृंखला नाटक महोत्सव” का आयोजन।
- स्कूल-कॉलेजों में “शिवचरित्र अध्ययन प्रतियोगिता” की शुरुआत।
- स्थानीय कलाकारों को ₹50 लाख तक का आर्थिक अनुदान।
🔴 जनता की प्रतिक्रिया
कार्यक्रम में हजारों की संख्या में दर्शक पहुंचे। सोशल मीडिया पर लोगों ने कहा —
“इतिहास को इस तरह जीवंत देखना अद्भुत अनुभव है।”
“कोविंद जी का भाषण प्रेरणादायक था, यह गौरव का क्षण है।”
आगरा के व्यापारियों ने इस आयोजन को स्थानीय पर्यटन के लिए भी बूस्टर इवेंट बताया, जिससे होटल और परिवहन व्यवसाय को बढ़ावा मिला।
🟡 सांस्कृतिक दृष्टि से महत्व
“जानता राजा” नाटक केवल एक प्रस्तुति नहीं, बल्कि यह भारत के एकीकरण, स्वाभिमान और सांस्कृतिक जागृति का प्रतीक है।
शिवाजी महाराज के विचार आज भी युवाओं में नेतृत्व, देशभक्ति और आत्मविश्वास की भावना जगाते हैं।
🔷 भविष्य की योजना
आयोजक संस्था ने घोषणा की कि आने वाले महीनों में यह नाटक वाराणसी, लखनऊ, और प्रयागराज में भी मंचित किया जाएगा। साथ ही, एक OTT संस्करण (डिजिटल रिकॉर्डिंग) तैयार की जाएगी ताकि देशभर के दर्शक इसे ऑनलाइन देख सकें।

आगरा में आयोजित यह नाटक केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक चेतना को पुनर्जीवित करने का माध्यम है।
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का इस अवसर पर कहना था —
“जब देश का युवा अपने नायकों से प्रेरणा लेता है, तभी सच्चा भारत निर्माण होता है।”
“जानता राजा” नाटक ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि भारत की आत्मा उसकी संस्कृति में बसती है।