राहुल गांधी आज जाएंगे चंडीगढ़, IPS वाई पूरन कुमार के परिवार से शाम 5.30 बजे करेंगे मुलाकात
📰 घटना की पूरी जानकारी
हरियाणा कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की रहस्यमयी मौत के बाद अब मामला तेजी से राजनीतिक रूप ले चुका है। इसी के चलते कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज यानी 14 अक्टूबर 2025 को चंडीगढ़ जाएंगे और शाम 5:30 बजे वे पूरन कुमार के परिजनों से मुलाकात करेंगे।
यह मुलाकात चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित उस सरकारी आवास पर होगी, जहाँ कुछ दिन पहले आईपीएस अधिकारी मृत पाए गए थे।
🕵️♂️ क्या है पूरा मामला
7 अक्टूबर को हरियाणा कैडर के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार का शव उनके आवास से बरामद हुआ था। पुलिस को मौके से एक 9 पेज का नोट मिला, जिसमें उन्होंने कुछ वरिष्ठ अधिकारियों पर मानसिक उत्पीड़न और भेदभाव के गंभीर आरोप लगाए थे।
परिवार ने अब तक पोस्टमार्टम की अनुमति नहीं दी है, और उनकी मांग है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए।
इस घटना के बाद हरियाणा पुलिस और प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। विपक्षी दलों ने सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
👥 राहुल गांधी की यात्रा का उद्देश्य
राहुल गांधी का यह दौरा एक संवेदना मुलाकात है। वे पूरन कुमार के परिवार को सांत्वना देंगे और उनकी बात सुनेंगे।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इस मामले में न्याय मिले और किसी भी अधिकारी या परिवार को भेदभाव का सामना न करना पड़े।
उनके साथ हरियाणा कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी चंडीगढ़ पहुंच सकते हैं।
⚖️ जांच और राजनीतिक हलचल
पूरन कुमार की मौत के बाद
- हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और
- रोहतक एसपी नरेंद्र बिजार्निया
पर नामजद एफआईआर दर्ज की गई है।
कांग्रेस ने मांग की है कि आरोपियों को तुरंत निलंबित किया जाए और जांच सीबीआई या किसी अन्य स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए।
राज्य सरकार ने फिलहाल जांच टीम गठित की है, लेकिन विपक्ष ने इसे “एकतरफा” बताया है।
🗣️ समाज और संगठनों की प्रतिक्रिया
इस घटना ने पूरे देश में सामाजिक और जातीय न्याय की बहस को फिर से जगा दिया है।
दलित संगठनों और सिविल सोसाइटी समूहों ने कहा है कि यह सिर्फ एक आत्महत्या नहीं बल्कि प्रणालीगत भेदभाव का परिणाम है।
वहीं, कई सरकारी अधिकारी संगठनों ने भी मृतक अधिकारी के समर्थन में एक दिन का सामूहिक अवकाश रखा और निष्पक्ष जांच की मांग की।
🔍 आगे क्या?
पूरन कुमार केस अब राजनीतिक और सामाजिक दोनों मोर्चों पर बड़ा मुद्दा बन गया है।
राहुल गांधी की यह यात्रा न सिर्फ परिवार को सहारा देने का प्रयास है बल्कि आने वाले दिनों में इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने की शुरुआत भी हो सकती है।

✍️ लेखक की टिप्पणी:
पूरन कुमार की मौत ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि उच्च सरकारी सेवाओं में भी जातीय भेदभाव और मानसिक दबाव जैसी स्थितियाँ क्यों मौजूद हैं। अब देखना यह है कि क्या इस बार न्यायिक प्रक्रिया वाकई परिवार को इंसाफ दिला पाएगी या यह मामला भी राजनीति की भेंट चढ़ जाएगा।