केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर से जुड़े सोना चोरी मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। इस मामले में त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड (TDB) के अधिकारी बी. मुरारी बाबू को गिरफ्तार कर लिया गया है और अब उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
यह मामला पिछले कुछ महीनों से राज्य में सुर्खियों में बना हुआ है, क्योंकि इसमें मंदिर के सोने की प्लेटिंग (Gold Plating Project) से जुड़ी गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाया गया है।
🔍 मामला क्या है?
सबरीमाला मंदिर के द्वारपालक मूर्तियों और सोने की परत (Gold Plating) से जुड़े इस घोटाले का खुलासा कुछ समय पहले हुआ था। जांच एजेंसियों के अनुसार, इस प्रोजेक्ट में कीमती सोने के गायब होने और जाली रिपोर्ट तैयार करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।
जांच में पाया गया कि मंदिर में इस्तेमाल की जाने वाली सोने की परतें वास्तव में कॉपर या पीतल की थीं, जबकि उन्हें सोने के रूप में दिखाया गया था। इससे मंदिर प्रशासन को करोड़ों रुपये का नुकसान होने की आशंका है।
🧑⚖️ गिरफ्तारी और न्यायिक कार्रवाई
स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने कई दिनों की पूछताछ के बाद TDB अधिकारी बी. मुरारी बाबू को गिरफ्तार किया।
गुरुवार देर रात उन्हें थिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) की एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।
SIT का कहना है कि मुरारी बाबू से पूछताछ में अन्य अधिकारियों की संलिप्तता के भी संकेत मिले हैं। आगे की जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि इस सोना घोटाले में और कौन-कौन शामिल था।
📂 अब तक की जांच
- SIT ने इस मामले में अब तक कई अधिकारियों से पूछताछ की है।
- मामले में शामिल कंपनियों और ठेकेदारों की भी जांच जारी है।
- TDB ने इस प्रोजेक्ट से जुड़ी सभी फाइलें और रिकॉर्ड जब्त कर लिए हैं।
- केरल हाईकोर्ट ने भी इस मामले में सरकार और बोर्ड से रिपोर्ट तलब की है।
⚖️ क्या बोले अधिकारी?
SIT अधिकारियों के मुताबिक —
“मुरारी बाबू प्रोजेक्ट की निगरानी टीम का हिस्सा थे। उनके हस्ताक्षर कई वित्तीय दस्तावेजों पर पाए गए हैं। ऐसे में उनकी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।”
वहीं, आरोपी मुरारी बाबू का कहना है कि वे निर्दोष हैं और उन्होंने केवल प्रशासनिक आदेशों का पालन किया है।
📜 सबरीमाला मंदिर का महत्व
सबरीमाला मंदिर केरल के पथानामथिट्टा जिले में स्थित है और यह भगवान अयप्पा को समर्पित है। यह दक्षिण भारत के सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं।
ऐसे में इस मंदिर से जुड़े सोना चोरी मामले ने न सिर्फ TDB की साख पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि धार्मिक श्रद्धा को भी झटका दिया है।
🔎 आगे की राह
अब SIT इस मामले की जांच को और आगे बढ़ाने की तैयारी में है। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं।
अदालत ने यह भी कहा है कि जांच पूरी होने तक आरोपी को हिरासत में रखना जरूरी है ताकि सबूतों से छेड़छाड़ न हो।

🧾 निष्कर्ष
सबरीमाला सोना चोरी मामला अब केरल की सबसे चर्चित जांचों में से एक बन चुका है।
TDB अधिकारी बी. मुरारी बाबू की गिरफ्तारी और न्यायिक हिरासत ने इस केस को और गंभीर बना दिया है।
अब देखना यह होगा कि SIT अपनी जांच में आगे क्या नया खुलासा करती है और क्या मंदिर प्रशासन से जुड़े अन्य नाम भी सामने आते हैं।