हरियाणा पुलिस साइबर सेल के एएसआई संदीप कुमार लाठर की आत्महत्या मामले ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। बुधवार सुबह रोहतक पीजीआई (PGIMS) में उनका पोस्टमार्टम पूरा हुआ। प्रशासन और परिवार के बीच रात भर चली बातचीत के बाद सहमति बनी थी। अब उनका शव जींद जिले के जुलाना गांव ले जाया गया है, जहाँ पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
🔹 परिवार और प्रशासन के बीच सहमति
मंगलवार को एएसआई संदीप ने खुद को गोली मार ली थी। परिवार ने शुरुआत में पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि जब तक आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, तब तक शव नहीं दिया जाएगा।
देर रात डीसी, एसपी और प्रशासनिक अधिकारियों ने परिवार से बातचीत की और आखिरकार सहमति बन गई। इसके बाद सुबह डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया। पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे ताकि कोई अप्रिय स्थिति न बने।
🔹 आरोप और सुसाइड नोट में बड़ा खुलासा
मृतक एएसआई संदीप लाठर ने मरने से पहले एक वीडियो और सुसाइड नोट छोड़ा था। इसमें उन्होंने IPS वाई पूरण कुमार, उनकी पत्नी अमनीत कौर, और अन्य अधिकारियों पर मानसिक उत्पीड़न व भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए।
परिवार ने इन आरोपों के आधार पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की थी। प्रशासनिक दबाव के बावजूद उन्होंने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, वे शव नहीं उठाएँगे।
🔹 एफआईआर दर्ज, जांच शुरू
आखिरकार, बुधवार सुबह FIR दर्ज कर ली गई जिसमें नामजद आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराएँ लगाई गई हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक,
- एफआईआर में आईपीएस अधिकारी की पत्नी,
- उनके रिश्तेदार,
- और एक गनमैन का नाम शामिल है।
अब जांच उच्च-स्तरीय टीम को सौंपी गई है, जो सभी डिजिटल सबूत — जैसे वीडियो, कॉल रिकॉर्ड, चैट और सुसाइड नोट — की फोरेंसिक जांच करेगी।
🔹 जुलाना में उमड़ा जनसैलाब
पोस्टमार्टम के बाद संदीप का शव जैसे ही जुलाना पहुँचा, पूरा इलाका भावुक हो गया। हजारों लोग एक सच्चे और ईमानदार पुलिसकर्मी को अंतिम विदाई देने जुटे।
पुलिस प्रशासन ने गॉर्ड ऑफ ऑनर (Police Honour) दिया।
परिवार के लोग रो-रोकर बेसुध हो गए।
संदीप की पत्नी और छोटे बच्चे का विलाप देखकर माहौल गमगीन हो गया।
गाँव के लोगों ने कहा कि संदीप ईमानदार और सच्चरित्र अधिकारी थे, जिन्होंने कभी किसी का बुरा नहीं किया।
🔹 नेताओं की प्रतिक्रियाएँ
इस घटना ने राजनीतिक हलचल भी पैदा कर दी है।
- पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार से कहा कि इस मामले की हाईकोर्ट जज की निगरानी में जांच होनी चाहिए।
- INLD प्रमुख अभय सिंह चौटाला ने CBI जांच की मांग की।
- कई सामाजिक संगठनों और पूर्व पुलिस अधिकारियों ने कहा कि “अगर एक ईमानदार पुलिसकर्मी सुरक्षित नहीं, तो आम नागरिक की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा?”
🔹 सोशल मीडिया पर उठी लहर — #JusticeForSandeep
संदीप लाठर की मौत के बाद सोशल मीडिया पर भारी प्रतिक्रिया देखने को मिली।
Twitter (X), Facebook और Instagram पर
#JusticeForSandeep ट्रेंड कर रहा है।
लोग न्याय की मांग कर रहे हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं।
🔹 जांच के लिए बन सकती है SIT
हरियाणा सरकार इस मामले में अब विशेष जांच दल (SIT) बनाने पर विचार कर रही है।
सीएम कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक,
“किसी निर्दोष को फंसाया नहीं जाएगा, और दोषी बच नहीं पाएंगे।”
अगर SIT बनती है, तो उसमें IG रैंक का अधिकारी प्रमुख रहेगा।
🔹 जनता के मन में सवाल
- क्या पोस्टमार्टम रिपोर्ट से आत्महत्या की असली वजह सामने आएगी?
- क्या सुसाइड नोट में बताए गए आरोप सही पाए जाएंगे?
- क्या उच्च अधिकारी भी जिम्मेदार ठहराए जाएंगे?
- क्या सरकार इस घटना से सबक लेगी और पुलिस कर्मियों पर पड़ने वाले दबाव को कम करेगी?
🔹 अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसमूह
जुलाना में हुए अंतिम संस्कार में
स्थानीय विधायक, मंत्री, पुलिस अधिकारी और हजारों ग्रामीण मौजूद रहे।
संदीप को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
“संदीप अमर रहो! न्याय दो!” के नारे गूंजते रहे।

🔹 निष्कर्ष
एएसआई संदीप कुमार लाठर की मौत केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं, बल्कि यह सिस्टम की खामियों और पुलिस बल के भीतर के दबावों को उजागर करती है।
अब देखना यह है कि सरकार और प्रशासन इस ईमानदार पुलिसकर्मी के लिए न्याय दिलाने में कितनी ईमानदारी दिखाते हैं।
हरियाणा की जनता अब सिर्फ एक बात कह रही है —
👉 “संदीप को न्याय दो, सच्चाई सामने लाओ।”