ब्रिटिश एयरवेज़ (British Airways) ने भारत के लिए अपनी उड़ानों की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई है। यह कदम भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने और यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
ब्रिटिश एयरवेज़ की भारत यात्रा
ब्रिटिश एयरवेज़ की भारत यात्रा की शुरुआत 100 साल पहले हुई थी। इस लंबी यात्रा में एयरलाइन ने भारतीय बाजार में अपनी पहचान बनाई है और यात्रियों को उच्च गुणवत्ता की सेवाएं प्रदान की हैं।
वर्तमान उड़ानें
वर्तमान में, ब्रिटिश एयरवेज़ भारत के पांच प्रमुख शहरों – दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई – से सप्ताह में 56 उड़ानें संचालित करता है। ये उड़ानें यात्रियों को ब्रिटेन और अन्य यूरोपीय देशों तक पहुंच प्रदान करती हैं।
उड़ानों की संख्या में वृद्धि
ब्रिटिश एयरवेज़ ने घोषणा की है कि वह अपनी उड़ानों की संख्या बढ़ाकर 63 सप्ताहिक उड़ानें करेगा। इसके तहत, दिल्ली और लंदन हीथ्रो के बीच एक नई दैनिक उड़ान जोड़ी जाएगी, जो 20 अप्रैल 2025 से शुरू होगी।
प्रथम श्रेणी की सेवा की वापसी
अक्टूबर 2025 से, मुंबई और लंदन हीथ्रो के बीच की उड़ानों में प्रथम श्रेणी की सेवा की वापसी होगी। यह सेवा लगभग पांच वर्षों के बाद पुनः शुरू हो रही है, जिससे यात्रियों को और अधिक आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा।
व्यापारिक संबंधों में सुधार
भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापारिक संबंधों में सुधार के साथ, ब्रिटिश एयरवेज़ ने अपनी सेवाओं का विस्तार करने का निर्णय लिया है। दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के बाद व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि हुई है, जिससे एयरलाइन को और अधिक अवसर मिले हैं।
भारतीय यात्रियों के लिए विशेष सेवाएं
ब्रिटिश एयरवेज़ भारतीय यात्रियों के लिए विशेष सेवाएं प्रदान करता है, जैसे कि भारतीय भोजन विकल्प, हिंदी भाषा में सहायता, और भारतीय त्योहारों के दौरान विशेष ऑफ़र। इसके अलावा, एयरलाइन ने भारतीय छात्रों के लिए एक समर्पित सहायता सेवा भी शुरू की है, जो 29 अगस्त 2025 से 31 अक्टूबर 2025 तक दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई हवाई अड्डों पर उपलब्ध होगी।
भविष्य की योजनाएँ
ब्रिटिश एयरवेज़ ने भविष्य में भारत के अन्य शहरों के लिए भी उड़ानों की योजना बनाई है। इसके अलावा, एयरलाइन ने अपनी उड़ानों की आवृत्ति बढ़ाने और नई मार्गों को जोड़ने की योजना बनाई है, ताकि यात्रियों को अधिक विकल्प और सुविधा मिल सके।
ब्रिटिश एयरवेज़ की भारत के लिए उड़ानों की संख्या बढ़ाने की योजना दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करेगी। यह कदम व्यापार, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देगा, जिससे यात्रियों को बेहतर सेवाएं और अधिक विकल्प मिलेंगे।
