भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक बार फिर बीएसएफ (Border Security Force) ने पाकिस्तान की नापाक कोशिश को नाकाम कर दिया है।
पंजाब सीमा क्षेत्र में बीएसएफ जवानों ने दो पाकिस्तानी ड्रोन मार गिराए, जो भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहे थे।
दोनों ड्रोन को गिराए जाने के बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें नशे के पैकेट बरामद किए गए हैं।
📍 घटना का पूरा विवरण
यह घटना पंजाब के अमृतसर और तरनतारण जिलों के पास की बताई जा रही है।
बीएसएफ जवानों को रात के समय सीमा के उस पार से ड्रोन की आवाज़ सुनाई दी। जवानों ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए दोनों ड्रोन को गोलीबारी कर गिरा दिया।
सूत्रों के मुताबिक,
- पहला ड्रोन अमृतसर सेक्टर में
- दूसरा ड्रोन तरनतारण इलाके में गिराया गया।
दोनों घटनाओं में बीएसएफ ने तेजी से प्रतिक्रिया दी और किसी भी तरह की तस्करी को रोकने में सफलता हासिल की।
💬 बीएसएफ का बयान
बीएसएफ की ओर से जारी बयान में कहा गया है –
“हमारे जवान हमेशा सतर्क हैं और पाकिस्तान की हर कोशिश को नाकाम करने के लिए तैयार हैं।
बीती रात सीमा पार से भेजे गए दो ड्रोन को सफलतापूर्वक गिराया गया।
दोनों ड्रोन के साथ ड्रग्स के पैकेट भी बरामद किए गए हैं।”
बीएसएफ के अनुसार, बरामद ड्रग्स की कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है।
🚨 ड्रोन के जरिए बढ़ी तस्करी
बीते कुछ वर्षों में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन के ज़रिए ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के मामले तेजी से बढ़े हैं।
पंजाब के सीमावर्ती जिलों — अमृतसर, फाजिल्का, तरनतारण और गुरदासपुर — में कई बार बीएसएफ को ऐसे ड्रोन गिराने पड़े हैं।
सिर्फ 2025 में ही अब तक 100 से अधिक ड्रोन गतिविधियाँ दर्ज की जा चुकी हैं।
पाकिस्तान की सीमा से भेजे गए इन ड्रोन का इस्तेमाल आमतौर पर हेरोइन, हथियार या गोला-बारूद पहुंचाने के लिए किया जाता है।
🔎 जांच और आगे की कार्रवाई
दोनों ड्रोन के मलबे को बीएसएफ ने कब्जे में लेकर जांच के लिए भेज दिया है।
इसके साथ ही स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियां (Intelligence Agencies) भी मामले की पड़ताल में जुट गई हैं।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ड्रोन के जरिए भेजी गई खेप ड्रग माफिया नेटवर्क से जुड़ी हो सकती है।
बीएसएफ और पंजाब पुलिस अब यह पता लगाने में लगी हैं कि
ड्रोन कहां से उड़ाए गए और इन्हें भारतीय क्षेत्र में कौन रिसीव करने वाला था।
🛡️ बीएसएफ की तकनीकी तैयारी
बीएसएफ अब सीमा पर एंटी-ड्रोन सिस्टम और नाइट सर्विलांस रडार तैनात कर रही है।
इन तकनीकों की मदद से सीमा पार से आने वाले किसी भी ड्रोन को कुछ ही सेकंड में ट्रैक कर लिया जाता है।
बीएसएफ ने ड्रोन रोधी उपायों के तहत
- लेजर गन,
- सिग्नल जैमर,
- और थर्मल इमेजर जैसी तकनीकें भी तैनात की हैं।

📜 निष्कर्ष
बीएसएफ की यह कार्रवाई भारत की सीमा सुरक्षा प्रणाली की मजबूती को दर्शाती है।
पाकिस्तान की ओर से ड्रोन के जरिए ड्रग्स और हथियार भेजने की कोशिशें लगातार हो रही हैं,
लेकिन बीएसएफ की सतर्कता और तकनीकी क्षमता के चलते ये सभी कोशिशें नाकाम साबित हो रही हैं।
भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने साफ संकेत दिया है कि
“सीमा पार से होने वाली किसी भी तस्करी या अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”