दिल्ली की पूर्वी इलाके गीता कॉलोनी के रानी गार्डन क्षेत्र में देर रात भीषण आग लगने की खबर से इलाके में अफरातफरी मच गई। जानकारी के अनुसार, आग झुग्गी बस्ती के एक हिस्से में लगी, जो कुछ ही मिनटों में तेजी से फैल गई। घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की 8 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और रातभर आग बुझाने का काम जारी रहा।
🔥 कैसे लगी आग?
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग रात करीब 1 बजे के आसपास लगी थी। बताया जा रहा है कि आग की शुरुआत किसी स्क्रैप गोदाम या बिजली के शॉर्ट सर्किट से हुई, लेकिन सटीक कारणों की पुष्टि अभी नहीं हो सकी है।
बस्ती में झोपड़ियां एक-दूसरे के बेहद करीब थीं, जिसके कारण आग ने कुछ ही देर में कई झुग्गियों को अपनी चपेट में ले लिया।
🚒 दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई
आग की खबर मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं। रातभर की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। फायर अधिकारी ने बताया कि—
“हमें रात 1 बजकर 5 मिनट पर सूचना मिली। आठ दमकल गाड़ियां तुरंत मौके पर रवाना की गईं। आग अब नियंत्रण में है और ठंडा करने का काम चल रहा है।”
सौभाग्य से अब तक किसी के हताहत या घायल होने की सूचना नहीं है।
👥 स्थानीय लोगों में दहशत
आग लगने के बाद इलाके में भारी अफरा-तफरी मच गई। लोग अपने परिवार और जरूरी सामान लेकर बाहर भागे। कुछ लोगों ने बताया कि आग लगते ही तेज धमाके जैसी आवाजें सुनाई दीं, जिसके बाद आसमान में धुएं का गुबार छा गया।
पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर इलाके को घेर लिया ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।
🧯 प्रशासन और राहत कार्य
फिलहाल प्रशासन ने इलाके के प्रभावित परिवारों के लिए अस्थाई राहत शिविर की व्यवस्था की है। अग्निशमन विभाग, पुलिस और नगर निगम की टीमें मौके पर मौजूद हैं। आग के कारणों की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है।
⚠️ बार-बार झुग्गियों में आग क्यों लगती है?
दिल्ली की झुग्गी बस्तियों में आग लगने की घटनाएँ आम होती जा रही हैं। इसका मुख्य कारण हैं—
- बिजली की अस्थाई वायरिंग और ओवरलोडेड कनेक्शन,
- सिलिंडर या केरोसिन का अनुचित प्रयोग,
- झोपड़ियों का तंग निर्माण और ज्वलनशील सामग्री का इस्तेमाल,
- अग्निशमन संसाधनों की कमी।
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रशासन को झुग्गी इलाकों में फायर सेफ्टी प्रशिक्षण और सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए।
🙏 राहत की बात
सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि इस आग में अब तक कोई जनहानि नहीं हुई है, हालांकि कई झुग्गियां जलकर राख हो गईं। नुकसान का सही आकलन फिलहाल जारी है।

📍 निष्कर्ष:
रानी गार्डन की झुग्गियों में लगी यह आग एक बार फिर दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था और शहरी नियोजन पर सवाल खड़े करती है। हर बार आग लगने के बाद राहत तो मिलती है, लेकिन समाधान नहीं। प्रशासन को चाहिए कि झुग्गी इलाकों में अग्नि सुरक्षा पर स्थायी नीति लागू की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को टाला जा सके।