🌕 NASA ने मून लैंडिंग कॉन्ट्रैक्ट के लिए शुरू की नई बिडिंग – पूरी खबर
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने अपने महत्वाकांक्षी Artemis कार्यक्रम के तहत चांद पर मानव मिशन के लिए नए कॉन्ट्रैक्ट की बोली प्रक्रिया (Bidding Process) शुरू कर दी है।
इस बार NASA ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि SpaceX के मिशन में लगातार हो रही देरी एजेंसी के लिए चिंता का कारण बन गई है।
🔹 SpaceX की देरी बनी वजह
NASA ने 2021 में SpaceX को मानव मिशन के लिए Human Landing System (HLS) विकसित करने का कॉन्ट्रैक्ट दिया था। यह वही सिस्टम है, जिसके जरिए अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री 2026 तक चंद्रमा की सतह पर उतरने वाले थे।
लेकिन हाल के महीनों में SpaceX के Starship रॉकेट को लेकर कई तकनीकी चुनौतियाँ सामने आई हैं।
कई टेस्ट लॉन्च के दौरान रॉकेट असफल रहा या आंशिक सफलता ही मिली। इसके कारण Artemis III मिशन की समयसीमा अब 2026 से बढ़कर 2027 या उससे आगे जा सकती है।
🔹 NASA ने खोली नई बिडिंग
इन देरीयों को देखते हुए NASA ने फैसला लिया है कि नई कंपनियों को भी मौका दिया जाए।
NASA के अनुसार, इस नए बिडिंग प्रोग्राम के तहत दूसरी एयरोस्पेस कंपनियाँ, जैसे कि Blue Origin, Lockheed Martin, Northrop Grumman और अन्य प्राइवेट कंपनियाँ भी आवेदन कर सकती हैं।
NASA ने कहा है कि एजेंसी को ऐसे पार्टनर चाहिए जो सुरक्षित, टिकाऊ और समय पर डिलीवरी करने वाले लैंडर सिस्टम प्रदान कर सकें।
🔹 NASA का आधिकारिक बयान
NASA के मानव अन्वेषण विभाग की प्रमुख कैथी ल्यूडर्स ने कहा,
“हम चांद पर मानवों को वापस भेजने के लिए प्रतिबद्ध हैं। SpaceX हमारे प्रमुख साझेदारों में से एक है, लेकिन हम यह भी सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारे पास बैकअप विकल्प मौजूद हों ताकि मिशन समय पर पूरा हो सके।”
उन्होंने यह भी कहा कि नए कॉन्ट्रैक्ट के तहत ‘सस्टेनेबल लूनर एक्सप्लोरेशन’ (Sustainable Lunar Exploration) पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
🔹 Artemis मिशन की रूपरेखा
NASA का Artemis Program अमेरिका का अब तक का सबसे महत्वाकांक्षी चांद मिशन है।
- Artemis I (2022): बिना मानव का परीक्षण मिशन सफल रहा।
- Artemis II (2025): अंतरिक्ष यात्री चांद की परिक्रमा करेंगे।
- Artemis III (2027 – अनुमानित): अंतरिक्ष यात्री चांद की सतह पर उतरेंगे, जिनमें एक महिला और एक गैर-श्वेत व्यक्ति भी शामिल होंगे।
यह मिशन चंद्रमा पर स्थायी बेस बनाने की दिशा में बड़ा कदम है, जिससे भविष्य में मंगल ग्रह की यात्रा के लिए तैयारी की जा सके।
🔹 SpaceX और Blue Origin के बीच नई प्रतिस्पर्धा
NASA के इस कदम के बाद अब एक बार फिर SpaceX और Blue Origin के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है।
Blue Origin पहले भी NASA से यह कॉन्ट्रैक्ट पाने की कोशिश कर चुकी थी, लेकिन 2021 में हार गई थी। अब नए बिडिंग राउंड में उसके लिए फिर से मौका खुल गया है।
SpaceX के पास फिलहाल बढ़त है, लेकिन लगातार देरी और तकनीकी अड़चनों के कारण NASA का भरोसा थोड़ा डगमगाया है।

🔹 निष्कर्ष
NASA का यह फैसला अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में नए बदलावों की शुरुआत माना जा रहा है।
जहाँ एक तरफ यह कदम सुरक्षा और स्थायित्व की दिशा में समझदारी भरा है, वहीं दूसरी ओर यह SpaceX के लिए चेतावनी भी है कि अगर प्रदर्शन में सुधार नहीं हुआ तो कॉन्ट्रैक्ट किसी और कंपनी को मिल सकता है।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि नई बिडिंग प्रक्रिया में कौन सी कंपनी आगे निकलती है और चांद पर मानव की वापसी की यह ऐतिहासिक यात्रा कौन पूरा करता है।