✨ परिचय
भारत के गाँवों में लोग ठंड के मौसम में गर्म कपड़े, खाना और पेय पदार्थ की ओर अधिक आकर्षित होते हैं।
👉 यही कारण है कि ठंड का मौसम बिज़नेस करने का सुनहरा मौका देता है।
👉 कम पूंजी वाले लोग भी छोटे स्तर से शुरुआत कर सकते हैं और रोज़ की नकद कमाई कर सकते हैं।
📌 ठंड के मौसम में गाँव में चलने वाले बिज़नेस
1️⃣ चाय और कॉफ़ी स्टॉल ☕
- ठंड में चाय और कॉफ़ी की डिमांड बहुत बढ़ जाती है।
- रोज़ 200–300 कप आसानी से बिक जाते हैं।
- लागत कम, मुनाफा ज़्यादा।
अनुमानित खर्च और मुनाफा
| सामान | कीमत (₹) |
|---|---|
| गैस स्टोव + सिलेंडर | 4,000 |
| बर्तन | 2,000 |
| दूध/चाय पत्ती/चीनी | 5,000 |
| कुल खर्च | 11,000 |
👉 प्रति कप लागत ₹5, बिक्री मूल्य ₹10 → रोज़ ₹1000 मुनाफा।
2️⃣ मूँगफली और भुने चने का धंधा 🌰
- सर्दियों में लोग भुनी मूँगफली और चने ज़रूर खाते हैं।
- गली-गली, हाट-बाजार में इसकी भारी डिमांड होती है।
लागत और मुनाफा
| सामान | कीमत (₹) |
|---|---|
| भट्टी/तंदूर | 3,000 |
| मूँगफली/चना स्टॉक | 5,000 |
| पैकिंग | 1,000 |
| कुल खर्च | 9,000 |
👉 रोज़ाना ₹500–₹1500 की कमाई।
3️⃣ ऊनी कपड़े और स्वेटर का स्टॉल 🧥
- ठंड में ऊनी कपड़े, टोपी, मफलर और स्वेटर की भारी बिक्री होती है।
- होलसेल मार्केट से सस्ता सामान लाकर गाँव में बेच सकते हैं।
अनुमानित लागत
| सामान | लागत (₹) | मुनाफा (%) |
|---|---|---|
| ऊनी कपड़े (100 पीस) | 30,000 | 30%–50% |
| मफलर/टोपी | 10,000 | 40%–60% |
👉 महीने में ₹25,000–₹40,000 तक मुनाफा।
4️⃣ गाजर का हलवा और गरम जलेबी 🍮
- ठंड में गाजर हलवा और जलेबी सबसे पसंदीदा मिठाई है।
- छोटे होटल/ढाबे या ठेले पर शुरू कर सकते हैं।
👉 रोज़ाना 50–100 ग्राहकों से ₹1000–₹2000 तक की आमदनी।
5️⃣ लकड़ी/कोयला हीटर और अंगीठी 🔥
- गाँवों में ठंड से बचाव के लिए लोग अंगीठी और हीटर खरीदते हैं।
- इसे बेचकर अच्छा मुनाफा हो सकता है।
6️⃣ सर्दियों की सब्ज़ियाँ और सूप 🍲
- गाजर, मटर, पालक, मूली और सूप पाउडर की भारी डिमांड रहती है।
- कम निवेश और आसान बिक्री।
🚀 ग़रीबों के लिए खास बिज़नेस (Zero से कम पूँजी वाले)
- 🔥 सड़क किनारे भुट्टा (कॉर्न) बेचना।
- ☕ हाथ गाड़ी से चाय-समोसा बेचना।
- 🌰 थोक में मूँगफली लेकर पैकेट में बेचना।
- 🧣 ऊनी टोपी और मोजे घर पर बनाकर बेचना।
- 🍲 ठेले पर गर्म सूप बेचना।
👉 इन सबमें पूँजी सिर्फ ₹2000–₹5000 लगती है और रोज़ की कमाई ₹500–₹1500 तक हो सकती है।
📊 लागत और मुनाफे का सारांश
| बिज़नेस | लागत (₹) | दैनिक मुनाफा | मासिक मुनाफा |
|---|---|---|---|
| चाय/कॉफ़ी | 11,000 | ₹1000 | ₹30,000 |
| मूँगफली/चना | 9,000 | ₹800 | ₹20,000 |
| ऊनी कपड़े | 40,000 | ₹1200 | ₹35,000 |
| गाजर हलवा/जलेबी | 15,000 | ₹1500 | ₹40,000 |
| भुट्टा/सूप | 5,000 | ₹500 | ₹15,000 |
🏦 सरकारी योजनाएँ (लोन और मदद)
| योजना | लाभ |
|---|---|
| 💳 प्रधानमंत्री मुद्रा योजना | ₹50,000 से ₹10 लाख तक लोन |
| 👩 महिला उद्यमिता योजना | महिलाओं के लिए कम ब्याज दर पर लोन |
| 🧑💼 PMEGP योजना | Subsidy + Loan Support |
| 🌱 NABARD स्कीम | ग्रामीण स्वरोजगार के लिए मदद |
👉 आवेदन के लिए आधार, पैन और प्रोजेक्ट रिपोर्ट चाहिए।
📢 ठंड के बिज़नेस के फायदे
- ❄️ Seasonal Demand → ज्यादा मुनाफा।
- 💰 कम निवेश से शुरुआत।
- 🧑🤝🧑 गाँव में रोजगार के अवसर।
- 🚀 1–2 महीने में ही निवेश की भरपाई।
❓ FAQs
Q1. क्या गरीब लोग बिना पूँजी बिज़नेस कर सकते हैं?
➡ हाँ ✅, मूँगफली, भुट्टा, चाय-स्टॉल जैसे काम ₹2000–₹5000 से शुरू हो सकते हैं।
Q2. कौन सा बिज़नेस सबसे ज्यादा चलता है?
➡ चाय-स्टॉल, मूँगफली और ऊनी कपड़े का बिज़नेस।
Q3. सरकारी मदद कैसे मिलेगी?
➡ Mudra Loan, PMEGP और NABARD योजना से।
Q4. रोज़ाना कितना मुनाफा हो सकता है?
➡ ₹500 से ₹2000 तक, बिज़नेस पर निर्भर।
Q5. क्या महिलाएँ भी ये बिज़नेस कर सकती हैं?
➡ हाँ ✅, सूप, जलेबी, ऊनी कपड़े और मूँगफली बेचकर।
📢 आधिकारिक लिंक
- 🌐 PM Mudra Loan
- 🌐 PMEGP Scheme
- 🌐 NABARD

🏁 निष्कर्ष
गाँव में ठंड के मौसम में छोटे-छोटे बिज़नेस शुरू करके गरीब लोग भी अच्छी कमाई कर सकते हैं।
👉 सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें निवेश बहुत कम लगता है और रोज़ की नकद आमदनी होती है।
👉 चाय-स्टॉल, मूँगफली, ऊनी कपड़े और मिठाई जैसे बिज़नेस गरीब परिवारों के लिए आर्थिक आज़ादी का रास्ता बन सकते हैं।
🚀 अगर आप भी गरीब हैं और ठंड में बिज़नेस करना चाहते हैं, तो आज ही छोटा स्टार्टअप शुरू करें और गरीबी से छुटकारा पाएं।
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