
🐄 मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना 2025 : पूरी जानकारी हिंदी में
🌟 परिचय
भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि और पशुपालन दोनों का महत्वपूर्ण योगदान है। ग्रामीण क्षेत्रों के किसान केवल खेती पर ही निर्भर नहीं रहते, बल्कि पशुपालन को भी अपनी आय का प्रमुख साधन मानते हैं।
👉 इसी क्रम में राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना शुरू की है।
👉 इस योजना का उद्देश्य पशुपालकों को आर्थिक सहायता और प्रोत्साहन राशि देकर पशुपालन को बढ़ावा देना है।
🎯 योजना के उद्देश्य
- पशुपालकों को आर्थिक सहायता प्रदान करना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन व्यवसाय को मजबूत करना।
- दुग्ध उत्पादन और पशुधन विकास को बढ़ावा देना।
- बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना।
- आधुनिक पशुपालन तकनीक को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना।
📜 योजना की मुख्य विशेषताएँ
क्रमांक | विवरण |
---|---|
1️⃣ | योजना का नाम – मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना |
2️⃣ | राज्य – उत्तर प्रदेश (अन्य राज्यों में भी लागू हो सकती है) |
3️⃣ | लाभार्थी – प्रगतिशील पशुपालक |
4️⃣ | लाभ – आर्थिक सहायता व प्रोत्साहन राशि |
5️⃣ | विभाग – पशुपालन विभाग |
6️⃣ | सहायता राशि – ₹50,000 से ₹2,50,000 (पशुपालन इकाई के अनुसार) |
7️⃣ | आवेदन प्रक्रिया – ऑनलाइन/ऑफलाइन |
🧑🤝🧑 पात्रता मानदंड
शर्त | विवरण |
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नागरिकता | आवेदक संबंधित राज्य का निवासी होना चाहिए। |
आयु सीमा | 18 से 60 वर्ष तक |
पशुपालन | लाभार्थी के पास कम से कम 5 दुधारू पशु होने चाहिए। |
आय सीमा | परिवार की वार्षिक आय सरकार द्वारा निर्धारित सीमा में हो। |
बैंक खाता | आवेदक का बैंक खाता आधार से जुड़ा होना चाहिए। |
💰 आर्थिक सहायता और लाभ
श्रेणी | प्रोत्साहन राशि |
---|---|
लघु पशुपालक (5–10 पशु) | ₹50,000 |
मध्यम पशुपालक (10–20 पशु) | ₹1,00,000 |
बड़े पशुपालक (20+ पशु) | ₹2,50,000 |
👉 यह राशि DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाती है।
🐄 योजना से मिलने वाले फायदे
- पशुपालन व्यवसाय में निवेश करने की क्षमता बढ़ेगी।
- दुग्ध उत्पादन और गुणवत्ता में सुधार।
- ग्रामीण युवाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर।
- महिलाओं को स्वावलंबी बनने का अवसर।
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती।
📝 आवश्यक दस्तावेज
✅ आधार कार्ड
✅ निवास प्रमाण पत्र
✅ पशुपालन से संबंधित रजिस्ट्रेशन/प्रमाण पत्र
✅ बैंक खाता पासबुक
✅ पासपोर्ट साइज फोटो
✅ मोबाइल नंबर
✅ आय प्रमाण पत्र
🌐 आवेदन प्रक्रिया
1. ऑफलाइन आवेदन
- नजदीकी पशुपालन विभाग कार्यालय से आवेदन फॉर्म प्राप्त करें।
- फॉर्म भरकर आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।
- पशु चिकित्सक/पशुपालन अधिकारी से सत्यापन करवाएँ।
- विभाग में आवेदन जमा करें।
2. ऑनलाइन आवेदन
- 👉 पशुपालन विभाग पोर्टल पर जाएँ।
- 👉 योजना से संबंधित सेक्शन में जाएँ।
- 👉 आवेदन फॉर्म भरें और दस्तावेज अपलोड करें।
- 👉 आवेदन सबमिट करने के बाद पावती रसीद प्राप्त करें।
📊 लाभार्थियों का उदाहरण सारणी
नाम | जिला | पशु संख्या | श्रेणी | सहायता राशि | स्थिति |
---|---|---|---|---|---|
रामकिशोर | लखनऊ | 8 | लघु | ₹50,000 | स्वीकृत |
अंजलि | वाराणसी | 15 | मध्यम | ₹1,00,000 | भुगतान जारी |
सुरेश | गोरखपुर | 25 | बड़े | ₹2,50,000 | लाभ प्राप्त |
सीमा | प्रयागराज | 12 | मध्यम | ₹1,00,000 | स्वीकृत |
🌍 योजना का प्रभाव
- हजारों पशुपालकों को आर्थिक प्रोत्साहन मिला।
- दुग्ध उत्पादन और पशुधन विकास में तेजी आई।
- ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़े।
- महिलाओं की भागीदारी में बढ़ोतरी।
- राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था और भी मजबूत हुई।
📑 उपयोगी लिंक
🔗 उत्तर प्रदेश पशुपालन विभाग – http://animalhusb.upsdc.gov.in
🔗 उत्तर प्रदेश सरकारी पोर्टल – https://up.gov.in
🔗 DBT योजना पोर्टल – https://dbt.gov.in

✨ निष्कर्ष
मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना पशुपालकों के लिए एक अत्यंत लाभकारी योजना है।
👉 इससे पशुपालक न केवल अपने पशुधन को बढ़ा सकते हैं बल्कि दुग्ध उत्पादन और आय में भी बढ़ोतरी कर सकते हैं।
👉 यह योजना ग्रामीण विकास और किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।